ICICI Bank: बैंक ने एक महीने के समय के लिए MCLR को 8.50 फीसदी से घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया है. वहीं तीन महीने की अवधि के लिए MCLR को 15 बेसिस प्वाइंट घटाकर 8.55 फीसदी से 8.40 फीसदी कर दिया.
ICICI Bank: आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के कस्टमर्स के लिए बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल बैंक ने जून 2023 के शुरू होते ही अपने एमसीएलआर (MCLR) में बदलाव किया है. बैंक अपने कस्टरमर्स को अलग-अलग ब्याज दर पर लोन देती है, ऐसे में एमसीएलआर वह दर होती है जिसे बैंक खुद फिक्स करते हैं. आईसीआईसीआई बैंक के इस फैसले के बाद कई लोन सस्ते हो गए हैं. अब ग्राहक होम लोन सहित कई लोन सस्ते में पा सकते हैं.
ICICI बैंक ने एक महीने के समय के लिए MCLR को 8.50 फीसदी से घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया है. वहीं तीन महीने की अवधि के लिए MCLR को 15 बेसिस प्वाइंट से घटाकर 8.55 फीसदी से 8.40 फीसदी कर दिया है. बैंक ने एमसीएलआर को छह महीने और एक साल के कार्यकाल पर क्रमशः 5 बीपीएस बढ़ाकर 8.75 फीसदी और 8.85 फीसदी कर दिया है. यह सभी दरें 1 जून से ही लागू हो चुकी हैं.
अवधि MCLR
- ओवर नाइट 8.35 फीसदी
- एक महीना 8.35 फीसदी
- तीन महीना 8.40 फीसदी
- छह महीना 8.75 फीसदी
- एक साल 8.85 फीसदी
होम लोन सहित कई लोन होंगे सस्ते-(Many loans including home loan will be cheaper)
ICICI बैंक की वेबसाइट के अनुसार 8 फरवरी, 2023 से प्रभावी RBI पॉलिसी रेपो रेट 6.50 फीसदी है. वहीं आईसीआईसीआई बैंक एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) 9.25 फीसदी है. बैंक के इस फैसले के बाद अब होम लोन सहित कई लोन सस्ते हो जाएंगे. एमसीएलआर के तहत होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए इस व्यवस्था को जारी रखना बेहतर होगा क्योंकि इससे उन्हें लंबी अवधि के लिए कम मंथली ईएमआई का भुगतान करना होगा.
RBI के द्वारा लिए गए कुछ फैसले-(Some decisions taken by RBI)
आरबीआई (RBI) ने 1 अप्रैल, 2016 को MCLR प्रणाली के साथ ब्याज दरों को निर्धारित करने के लिए बेस रेट सिस्टम को बदल दिया. वहीं आरबीआई ने 01 अक्टूबर 2019 से प्रभावी होम लोन, बिजनेस लोन, वर्किंग कैपिटल लोन आदि के लिए एमसीएलआर को बदलने के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्किंग प्रणाली की शुरुआत की. यह नई लेंडिंग रेट सिस्टम केवल फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट वाले लोन के लिए लागू है. यह फिक्स्ड इंटरेस्ट लोन के लिए लागू नहीं होता है.