IMD Alert : राजधानी दिल्ली सहित हरियाणा, पंजाब में आसमान में बादल छाए रहेंगे। सुबह शाम तेज हवा चलने से मौसम सुहावना बना रहेगा या फिर बिहार , झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में आज हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
IMD Alert, Today Weather Update : राज्यों में एक बार फिर से तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। वहीं मानसून अपने तय समय पर केरल में दस्तक देगा। मानसून के आगे बढ़ने को लेकर अनुकूल भविष्यवाणी की गई है। वहीं मध्य प्रदेश में आज बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है जबकि राजधानी दिल्ली सहित हरियाणा, पंजाब में आसमान में बादल छाए रहेंगे। सुबह शाम तेज हवा चलने से मौसम सुहावना बना रहेगा या फिर बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में आज हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
दक्षिण के राज्यों की बात करें तो केरल कर्नाटक, तमिलनाडु में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। वही असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम में भी हिमपात सहित बारिश की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को भूस्खलन से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग द्वारा चक्रवात सहित पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण 5 दिनों तक देश के 12 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी
जम्मू कश्मीर, लेह लद्दाख, गिलगित, मुजफ्फराबाद सहित हरियाणा पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। उत्तराखंड हिमाचल में भी बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। ऊंचाई वाले इलाके में हल्की बर्फबारी देखी जा सकती है। आसमान में बादल छाए रहने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है। तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी।
कई क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट
मौसम को लेकर चेतावनी जारी की गई है, कई क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जिससे तापमान में कमी आएगी। सप्ताह के 3 दिन तक क्षेत्रों में बारिश देखने को मिल सकती है। 11 जून से दिल्ली में तापमान गिरने का सिलसिला शुरू होगा तापमान बढ़कर 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही गर्म तेज हवा चलने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया। हालांकि लू की चेतावनी से इनकार किया गया। ऐसे में दिल्लीवासियों को थोड़ी राहत मिलेगी।
गर्मी का एहसास बढ़ेगा
हरियाणा में न्यूनतम तापमान 20 जबकि अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकते हैं। वहीं अधिकतम तापमान में भी इजाफा देखा जाएगा। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। आद्रता में कमी आएगी। जिसके बाद गर्मी का एहसास बढ़ेगा।
पंजाब में भी मौसम विभाग द्वारा तापमान में बढ़ोतरी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। तापमान बढ़कर 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में भी तापमान बढ़ने का सिलसिला जारी रहने वाले हैं। वहां राष्ट्र के कई क्षेत्रों में तापमान में बढ़ोतरी देखी जाएगी।
छत्तीसगढ़ के कई इलाके में आसमान में बादल छाए
छत्तीसगढ़ के कई इलाके में आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा सुबह और शाम तेज हवा चल सकती है आंधी की चेतावनी से इनकार किया गया है। राजस्थान में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला जारी रहने वाला है। तापमान बढ़कर 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा हालांकि आद्रता बनी रहेगी। जिसके कारण गर्मी का एहसास नहीं होगा।
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग द्वारा केरल कर्नाटक में सोमवार से भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित मध्य महाराष्ट्र और गोवा के कुछ हिस्से में बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चमक की सलाह दी गई है। इसके साथ ही बिजली गिरने का भी पूर्वानुमान जताया गया है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारी बारिश के कारण तापमान में कमी देखी जाएगी। वहीं केरल में तापमान में घटकर 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है जबकि न्यूनतम तापमान में भी कमी देखी जाएगी। न्यूनतम तापमान घटकर 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा।
बिहार झारखंड बंगाल में लू की चेतावनी
उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड बंगाल के कई क्षेत्रों में लू का कहर जारी रहने वाले मौसम विभाग द्वारा तेलंगना, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान जताया गया है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी तापमान में इजाफा देखा जाएगा। अधिकतम तापमान 40 डिग्री से 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। क्षेत्रों में लू की चेतावनी जारी की गई है। फिलहाल यह सिलसिला जारी रहने वाला महत्वपूर्ण बदलाव नजर आएंगे। तेलंगना रायलसीमा सहित केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तापमान में कमी देखी जाएगी। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में वज्रपात का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है।
गुजरात सौराष्ट्र में आंधी बारिश की चेतावनी
गुजरात और सौराष्ट्र में भरी आंधी का पूर्वानुमान जारी किया गया है। तीन से 4 जून तक गुजरात के कई क्षेत्रों में भारी आंधी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश का भी पूर्वानुमान जताया गया। 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। हालांकि हवा की रफ्तार बढ़ कर 50 किलोमीटर प्रति घंटे भी हो सकती है। इसके अलावा सौराष्ट्र और कच्छ में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 7 जून तक इन क्षेत्रों में बारिश देखने को मिल सकती है
मौसम अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग का नवीन अपडेट जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि 5 जून तक दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होगा। जिसके 48 घंटे के बाद उस क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र के गठन होने की चेतावनी जारी की गई है।
चक्रवात बिपारजोय (Biparjoy) बनेगा
शुरुआती पूर्वानुमान के मुताबिक एक चक्रवात की तीव्रता के रूप में इसे देखा जा रहा है। यदि चक्रवार्थिनी में चक्रवाती तूफान में केंद्रित नहीं होता है तो इसे चक्रवात बिपारजोय (Biparjoy) नाम दिया जा सकता है।
वही संभावना जताई जा रही है कि 9 जून तक ही है। एक अति गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित हो सकता है। साथ ही 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
इन क्षेत्रों में बारिश
- राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना के कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की संभावना है।
- भारी बारिश से केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह भीग सकते हैं।
- असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गांगेय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कोंकण-गोवा, , मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
- गरज के साथ छिटपुट बारिश या हिमपात जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को प्रभावित कर सकता है।
- हीटवेव की स्थिति बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों को अपनी चपेट में ले सकती है।