झारखंड के घाटशिला में शिक्षा की आड़ में धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में चक्रधरपुर के देवगांव से ग्रामीणों की सूचना पर आधा दर्जन युवक-युवतियों को हिरासत में लिया है।
झारखंड के घाटशिला में शिक्षा की आड़ में धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में चक्रधरपुर के देवगांव से ग्रामीणों की सूचना पर आधा दर्जन युवक-युवतियों को हिरासत में लिया है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चों को चित्रकला के साथ-साथ पढ़ाने की आड़ में युवक-युवतियां धर्म प्रचार कर रहे थे। बच्चों को धर्मांतरण के लिए उकसाया जा रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चों के बीच धर्म विशेष पुस्तक मेरा सच्चा आदर्श नाम की किताब का वितरण भी किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि देवगांव नीचे टोला में पिछले 3 दिनों से 6 युवक-युवतियां बच्चों को शिक्षा देने का नाम पर धर्म प्रचार कर रहे थे। बच्चों के बीच गिफ्ट भी बांटा था।
बच्चों के बीच धर्म विशेष की पुस्तक बांटी
ग्रामीणों ने बताया कि युवक-युवतियों ने बच्चों के बीच कॉपी, पेन, पेंसिल का वितरण भी किया था। बच्चों के बीच मेरा सच्चा आदर्श नामक पुस्तक वितरण कर उसमें अंकित चित्रों पर रंग भरा जा रहा था। इस दौरान बुधवार शाम ग्रामीण एकजुट हो गये और युवक-युवतियों पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए उन्हें पकड़ पुलिस को सूचना दी। मौके पर चक्रधरपुर थाना के एसआई विवेक पाल दलबल के साथ पहुंचे और युवक-युवतियों को थाने ले गये।
बच्चों को शिक्षा देने के नाम पर धर्म प्रचार
इस संबंध में जानकारी देते हुए केंदो पंचायत की उप मुखिया संगीता सवैया ने बताया कि कुछ युवक-युवतियां आये और कहा कि बच्चों को चित्रांकन के साथ-साथ शिक्षा भी दी जाएगी, जिससे कि बच्चों की पढ़ाई बेहतर हो सके। जिसके बाद रविवार से ही युवक-युवतियों द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। शिक्षा देने आये युवक युवतियों द्वारा बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया। लेकिन, बच्चों के बीच मेरा सच्चा आदर्श नामक पुस्तक वितरण किया गया, उसमें धर्म परिवर्तन के संबंध में कई बिंदुओं का उल्लेख है। उसमें अंकित चित्रों पर बच्चों द्वारा रंगभरा जा रहा था। यह शिक्षा के नाम पर धर्म परिवर्तन का खेल है, जो गलत है। इस बीच गांव के युवकों ने बुधवार शाम को धर्म परिवर्तन करने आए युवक-युवतियों को धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया।