झारखंड के अलग-अलग जिलों के दो स्कूलों के मध्याह्न भोजन में छिपकली मिली. यह खाना खाने से कई बच्चे बीमार हो गए. घटना देवघर और गिरिडीह जिले की है. घटना के बाद बच्चों को फौरन अस्पलात में भर्ती कराया गया.
देवघर जिले के देवीपुर प्रखंड क्षेत्र की दरगा पंचायत के बलमपुर राजकीयकृत मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन खाने के बाद 10 से 12 बच्चे बीमार हो गये. इसकी वजह खाने में छिपकली का मिलना बताया जा रहा है. घटना शनिवार दोपहर लगभग 11 बजे के आसपास की है. मिली जानकारी के अनुसार स्कूल में सभी बच्चे खाना खाने के लिए बैठे थे. इस बीच एक-दो बच्चों ने तबीयत खराब होने की बात बतायी. वहीं, कुछ बच्चे जमीन पर लेट गये.
घटना की जानकारी शिक्षकों को मिली. इस बीच एक बच्चे की थाली में छिपकली मिलने का पता चला और स्कूल में हंगामा होने लगा. कई बच्चों के परिजन भी स्कूल पहुंच गये. प्रमुख प्रतिनिधि नीलम यादव भी स्कूल पहुंचीं. इधर स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार, सहयोगी शिक्षक और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को देवीपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉ राजमंगल सिंह और डॉ दक्षेस चंद्र दीक्षित ने बच्चों को ओआरएस का घोल दिया और सभी के स्वस्थ होने की बात कही. सभी बच्चों को एक घंटे बाद घर भेज दिया गया.
क्या कहते हैं विद्यालय के सचिव
विद्यालय के सचिव राजेश कुमार ने कहा कि बच्चों की शिकायत पर जब बच्चों की थाली देखी गयी, तो कहीं भी छिपकली नजर नहीं आयी. हालांकि बच्चों ने एक कागज पर रखी मरी हुई छिपकली दिखायी. छिपकली कहां से आयी, यह समझ से परे है.
गिरिडीह में भी घटी ऐसी घटना
इधर गिरिडीह में बिरनी अंचल के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गांडो-झगरसिंघा में मध्याह्न भोजन की खिचड़ी में छिपकली मिली. खिचड़ी खाने से एक दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के अभिभावक, ग्रामीण और मुखिया स्कूल पहुंचे. बीमार बच्चों को इलाज के लिए बिरनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंकित कुमार यादव ने इलाज किया. करीब तीन-चार घंटे में सभी बच्चों की स्थिति सामान्य होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. बच्चों ने बताया कि स्कूल में खिचड़ी बनी थी. प्रतिदिन की तरह रसोइया ने खिचड़ी बनायी और खाने के लिए परोसने लगी. परोसने के क्रम में एक बच्चे की थाली में मरी छिपकली निकली. इसे देखते ही बच्चे बीमार जैसे होने लगे. खिचड़ी खाने वाले बच्चों ने गले में खराश होने की शिकायत की.
रसोइया पर लापरवाही का आरोप
बच्चे और अभिभावक ने कहा कि लापरवाही के कारण खिचड़ी में छिपकली निकली. प्रभारी प्रधानध्यापक रंजीत वर्मा और प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उमेश प्रसाद ने कहा कि खिचड़ी बनने के बाद रसोइया अगर ढंक देती तो शायद खिचड़ी में छिपकली नहीं गिरी होती. अगर खिचड़ी बनते वक्त छिपकली गिरी होती तो वह घुल गयी होती और उसका पता नहीं चलता. इसमें रसोइया से लापरवाही हुई है. बीईईओ अशोक कुमार ने कहा कि जांच कर दोषी रसोइया पर कार्रवाई की जायेगी. खाना बनाते वक्त रसोइया की पूरी जिम्मेदारी होती है. अस्पताल में इलाज के दौरान मुखिया सहदेव यादव भी उपस्थित थे.