झारखंड से कांग्रेस की महिला सांसद गीता कोड़ा इन दिनों जनसंपर्क अभियान में जुटी हुई हैं. अपने दौरे के तहत वह चक्रधरपुर जिले के बलान्डिया पहुंचीं. यहां ग्रामीणों ने उनसे बैंक मैनेजर की शिकायत की, जिसके बाद गीता ने बैंक पहुंचकर मैनेजर को जमकर फटकार लगाई.
झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट से कांग्रेस की महिला सांसद गीता कोड़ा बैंक मैनेजर पर बरस पड़ीं. उन्होंने बैंक मैनेजर पर बुजुर्ग ग्राहकों को परेशान करने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं कांग्रेस सांसद ने राज्य के वित्त मंत्री को शिकायती पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की.
दरअसल, गीता कोड़ा मंगलवार को चक्रधरपुर जिले के बलान्डिया में जनसंपर्क अभियान के तहत पहुंची थीं. इस दौरान ही उन्हें स्थानीय लोगों ने झारखंड ग्रामीण बैंक की कार्यशैली को लेकर शिकायत की. शिकायत मिलने पर कांग्रेस सांसद बैंक पहुंचीं और मैनेजर को जमकर फटकार लगाई.
उन्होंने बैंक मैनेजर पर गरीब खाताधारकों को परेशान करने का आरोप लगाया. बैंक पहुंची गीता कोड़ा बेहद आक्रामक मूड में थीं. इस दौरान उन्होंने झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को शिकायती पत्र लिखकर मामले की जांच कराने और सख्त एक्शन लेने की मांग की.
गीता कोड़ा ने बैंक पहुंचकर कहा कि इलाके के केसीसी लोन धारकों ने शिकायत की थी. इसके मुताबिक कार्ड धारकों की ऋण माफी का पैसा पिछले एक साल से उनके केसीसी लोन खाते में ना डालकर सेविंग खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है.
अपने दौरे के बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हाटगम्हरिया प्रखण्ड दौरा के क्रम में वह ग्राम बलन्डिया पहुंचीं. ग्रामीणों ने उन्हें अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि सरकार ने केसीसी लोन तो माफ कर दिया है, लेकिन ग्रामीण बैंक प्रबंधक ने बचत खाते में डालकर राशि फ्रिज कर दी है, जिससे वह काफी त्रस्त हैं. ऐसे अधिकारी जनकल्याणकारी योजनाओं के विकास में सबसे बड़े बाधक हैं.
राज्य की सबसे युवा विधायक रह चुकी हैं गीता
बता दें कि गीता कोड़ा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी हैं. गीता 2009 में झारखंड की सबसे कम उम्र की विधायक भी रह चुकी हैं. तब उन्होंने जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. उस समय उनकी उम्र 26 साल थी. बता दें कि इससे पहले 2006 में मधु कोड़ा को 34 साल की उम्र में राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बनने का खिताब मिला था.
निर्दलीय रहते हुए सीएम बन गए थे मधु कोड़ा
गीता कोड़ा के पति मधु कोड़ा के झारखंड का मुख्यमंत्री बनने की कहानी कम रोचक नहीं है. उन्होंने 18 सितंबर 2006 को झारखंड के पांचवे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वह 23 महीने तक सीएम रहे थे. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन के साथ छात्र राजनीति से हुई थी.
इसके बाद कोड़ा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे. मधु कोड़ा ने बतौर ठेका मजदूर मजदूरी भी की. बाद में मजदूर यूनियन के नेता बन गए. कोड़ा के पिता रसिक एक खान मजदूर थे. 2006 में बाबूलाल मरांडी की सरकार अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से मधु कोड़ा झारखण्ड के 5वें मुख्यमंत्री बने थे.
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