मौसम वैज्ञानिक डॉ अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड में 23 जून को भी कई जगहों पर बादल छाये रहने व वज्रपात होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि झारखंड में माॅनसून पहले ही प्रवेश कर गया है
24 जून से पूरे झारखंड में मॉनसून का असर दिखने लगेगा. मौसम विभाग ने राज्य के ज्यादातर हिस्सों में 24, 25 व 26 जून को बारिश होने की उम्मीद जतायी है. जबकि, झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मॉनसून की बारिश हो रही है.
ऐसे में 24 घंटे में पूरे झारखंड में मॉनसून के बादल पहुंचने की उम्मीद है, जिससे झारखंड में बारिश (Rain In Jharkhand) हो सकती है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड में 23 जून को भी कई जगहों पर बादल छाये रहने व वज्रपात होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि झारखंड में माॅनसून पहले ही प्रवेश कर गया है. लेकिन रफ्तार धीमी रहने के कारण इसने अब तक पूरे राज्य को कवर नहीं किया है. मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून को मानसून के बादलों ने बोकारो को कवर किया है.
दो दिनों में पूरे राज्य को कवर कर लेने की उम्मीद है. संताल परगना, हजारीबाग, गढ़वा व पलामू में अच्छी बारिश हो रही है. 24 घंटे में हजारीबाग में सबसे अधिक 98.5 मिमी बारिश हुई है. 23 जून से 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं भी चलने की उम्मीद है. रांची का अधिकतम तापमान गुरुवार को 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
हर वर्ष जून में अच्छी बारिश
- वर्ष तिथि बारिश
- 2014 13 जून 95.0
- 2015 29 जून 62.6
- 2016 24 जून 31.6
- 2018 28 जून 23.0
- 2019 तीन जून 34.0
- 2021 12 जून 50.4
- 2022 22 जून 29.9
वज्रपात से चार बच्चों समेत 11 लोगों की मौत
वज्रपात से गुरुवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 11 लोगों की मौत हो गयी. मांडर के टटकुंदो में वज्रपात से दो बच्चों की मौत हो गयी. जबकि गढ़वा में तीन व चतरा में दो लोगों की मौत हुई है. जबकि, पलामू, गुमला, लातेहार और कोडरमा में एक-एक लोगों की जान गयी है. मरनेवालों में चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं.
राज्य में मॉनसून के सक्रिय होने के बाद से बीते चार दिनों में वज्रपात से अब तक 43 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. पलामू जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय की छात्रा प्रियंका गुरुवार को बारिश होने के बाद छत पर कपड़ा लेने गयी थी. इसी बीच ठनका की चपेट में वह आ गयी और उसकी मौत हो गयी.