Jharkhand Weather Forecast: झारखंड (Jharkhand) में अगले 2 दिन अच्छी बारिश (Rain Forecast) होने की संभावना जतायी गई है। मौसम विभाग रांची के पूर्वानुमान के मुताबिक 22 और 23 जून को राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश होगी। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के दक्षिणी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की चेतावनी भी जारी की गई है।
इसके साथ ही यहां मानसून (Monsoon) कायम होने के साथ इसके अन्य राज्यों की ओर आगे बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। राज्य में मानसून आगमन के पूर्व की गतिविधियां जारी हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई है। मानसून के अनुकूल हुआ मौसम मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में मानसून के अनुकूल गतिविधियां जारी हैं। अगले दो से तीन दिनों के अंदर इसके पूरे झारखंड में छाने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार राज्य में अभी हर जगह बारिश हो रही है।
पिछले 24 घंटों में इन जगहों पर हुई बारिश
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर भारी से लेकर हल्के व मध्यम दर्जे तक की बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश रांची के टाटीसिलवे में 44.3 मिमी दर्ज की गई। राजधानी के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई। इसके अलावा रामगढ़ में 11.8, गुमला बिशनपुर में 30, हजारीबाग बरही 20, सिमडेगा 21, साहिबगंज में 20 मिलीमीटर बारिश हुई। राज्य के अन्य कई हिस्सों में भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। मेदिनीनगर समेत पलामू जिले में गर्मी से राहत मिली है।
मानसून में वज्रपात ने राज्य में बरपाया कहर
झारखंड में मानसून ने जहां एक और लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है वहीं दूसरी ओर वज्रपात की घटनाओं ने कोहराम मचा रखा है। बीते मंगलवार और बुधवार को अलग-अलग जिलों में वज्रपात की घटना में कुल 25 लोगों की मौत हो गई। गिरिडीह, पलामू, हजारीबाग, साहिबगंज और लोहरदगा सहित अन्य जिलों में वज्रपात की घटना में लोगों ने जानें गंवाई है। वज्रपात को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से पेड़ के नीचे, बिजली के खंभों के पास, खुले और गीले मैदान तथा बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहने की सलाह दी है।
मानसून की दस्तक से बिजली संकट से राहत
मानसून की दस्तक के साथ ही रांची में बिजली खपत कम हो गई है। भीषण गर्मी के दौरान रांची में पिक आवर में 340 से 360 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ रही थी। जिसके कारण ओवर लोड व लोड शेडिंग की भी नौबत आ रही थी। परंतु बारिश होने व गर्मी से थोड़ी निजात मिलने पर रांची में बिजली का लोड 300 से 301 मेगावाट तक आ गई है। रांची विद्युत एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव ने कहा कि मानसून के दौरान सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति बहाल रखने का प्रयास होगा। रांची में ही आठ से 10 चलित ट्रांसफार्मर की व्यवस्था कर दी गई है और बिजली तारों के संपर्क में आने वाले पेड़ों की डाल की छंटाई भी कर ली गई है, इससे ब्रेक डाउन होने की संभावना कम हो गई है।