SBI की Annuity Deposit Scheme के जरिए कोई भी व्यक्ति 3 साल से लेकर 10 साल तक के लिए रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकता है. यहां जानिए इस स्कीम के तमाम फायदों के बारे में.
नौकरीपेशा लोग जब रिटायर हो जाते हैं तो रिटायरमेंट के दौरान उन्हें अच्छी खासी रकम एकमुश्त मिल जाती है. बस दिक्कत होती है रेगुलर इनकम की. ऐसे में SBI की Annuity Deposit Scheme आपके लिए काफी मददगार हो सकती है. इस स्कीम में आपको एकमुश्त पैसा जमा करना होता है. बदले में आप ब्याज के तौर पर रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं इस स्कीम के बारे में.
3 साल से लेकर 10 साल तक के लिए इनकम का इंतजाम-(Income arrangement for 3 years to 10 years)
SBI की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक Annuity Deposit Scheme के जरिए कोई भी व्यक्ति 3 साल से लेकर 10 साल तक के लिए रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकता है. इस स्कीम में 36, 60, 84 या 120 महीने के लिए पैसा डिपॉजिट किया जाता है. स्कीम में आपको कम से कम इतना पैसा जमा करना जरूरी है कि आपने जो अवधि चुनी है, उस अवधि तक आपको हर महीने कम से कम 1000 रुपए मिल सकें. अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है.
इसे भी पढे : PNB ग्राहकों की हो गई चाँदी! बैंक की ये स्कीम जानकर आप भी हो जाएंगे खुश…यहाँ जाने पूरी डिटेल्स
कितना मिलता है ब्याज-(How much interest is earned)
अब बात आती है कि ब्याज की क्योंकि आपको रेगुलर इनकम का जो भी पैसा मिलता है वो ब्याज दर के हिसाब से कैलकुलेट होकर मिलता है. इस स्कीम में ब्याज दर सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा है. डिपॉजिट पर वही ब्याज मिलता है, जो बैंक के टर्म डिपॉजिट यानी एफडी (Fixed Deposit) पर मिलता है. अकाउंट खोलते समय, जो भी ब्याज दर होगी, वह आपको योजना की अवधि तक मिलती रहेगी.
प्रीमैच्योर निकासी के नियम-(Premature Withdrawal Rules)
एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में आपको प्रीमैच्योर डिपॉजिट का भी विकल्प मिलता है. एमरजेंसी की स्थिति में किसी भी एक अकाउंट से अधिकतम सिर्फ 15 लाख रुपए तक निकाले जा सकते हैं. 15 लाख से अधिक जो रकम होगी, वह जमा रहेगी और उसके बदले में निर्धारित समय तक मासिक किस्तें मिलती रहेंगी. जुर्माने को लेकर वही नियम लागू हैं, जो एफडी पर लागू होते हैं. हालांकि अकाउंट होल्डर की मौत हो जाने की स्थिति में नॉमिनी द्वारा पूरी रकम निकासी की जा सकती है.
75% तक ले सकते हैं ओवरड्रॉफ्ट-(Can take up to 75% overdraft)
SBI की इस स्कीम में जरूरत के समय काफी काम की है. इसमें आपको लोन की सुविधा भी मिलती है. जरूरत पड़ने पर अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 75 फीसदी तक ओवरड्राफ्ट/कर्ज मिल सकता है. लोन लेने के बाद एन्यूटी पेमेंट लोन अकाउंट में क्रेडिट होगा. इस स्कीम में कस्टमर को यूनिवर्सल पासबुक भी जारी किया जाता है. बैंक की इस सुविधा एसबीआई की सभी शाखाओं में मिल जाएगी.